UP TGT PGT Exam 2023 : नये आयोग के गठन के बाद शिक्षक भर्ती आयोजित की जाने की उम्मीद, देखें पूरी खबर
UP Teacher TGT PGT Exam 2023 : उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती को लेकर काफ़ी लम्बे समय से इंतजार किया जा रहा है, बता दें कि प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और टीजीटी/पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत अगस्त 2022 में ही की गयी थी तथा अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर और अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी)/प्रवक्ता (पीटीटी) के पदों पर भर्ती आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी फंसी हुई है तथा यह उम्मीद जताई जा रही है कि नये शिक्षा सेवा आयोग के गठन के बाद ही ये दोनों भर्तियां शुरू हो सकेंगी।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के द्वारा राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक और प्रवक्ता भर्ती का आयोजन कराया जाता है, जिसको लेकर आयोग के पास एक साल से प्रवक्ता के चार सौ से अधिक पदों पर एलटी ग्रेड शिक्षक के छह हजार से अधिक पदों का अधियाचन पड़ा हुआ है, परन्तु आयोग द्वारा इस भर्ती हेतु अभी तक कोई भी अधिसूचना नहीं जारी की गयी है तथा यह बताया जा रहा है कि शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद ये भर्तियां भी नये आयोग के पास जाएंगी।
कब आयोजित होगी UP TGT PGT भर्ती परीक्षा?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में टीजीटी/पीजीटी भर्ती के लिए 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने तथा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए 1 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किये हैं। जिसकी शुरुआत अगस्त 2022 में की गयी थी, परन्तु आयोग द्वारा परीक्षा तिथि की घोषणा अभी तक नहीं की गयी है तथा प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2018 में 69 हजार शिक्षक भर्ती हुई थी। लेकिन अब पांच साल से कोई नई भर्ती भी नहीं हुई है जिसको लेकर उम्मीदवारों में काफ़ी परेशानी देखने को मिल रही है। उन उम्मीदवारों को बता दें कि दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से नये शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है, साथ ही नये शिक्षा सेवा चयन आयोग के तहत प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के अध्यापको की भर्ती की जिम्मेदारी इसी आयोग के ऊपर सौपी गयी है, जिसको लेकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नये शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
प्रयागराज में नये आयोग का मुख्यालय बनाने की मांग
नये शिक्षा सेवा चयन आयोग के मुख्यालय को लेकर छात्रों में यह मांग की गयी है कि इसका मुख्यालय प्रयागराज में ही बनाया जाना चाहिए। दरअसल, छात्रों का कहना है कि सबसे ज्यादा प्रतियोगी छात्र प्रयागराज में रहकर अध्ययनरत हैं, ऐसे में शिक्षा सेवा चयन आयोग का मुख्यालय भी प्रयागराज में ही बनना चाहिए, ताकि छात्रों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए किसी दूसरे जगह न जाना पड़े। साथ ही आपको बता दें कि वर्तमान में शिक्षक भर्ती से जुड़ी सभी संस्थाओं के मुख्यालय प्रयागराज में ही हैं।